Tuesday, September 6, 2011

दिल के आँगन में...

''दिल के आँगन में हमने एक घरोंदा बना लिया
आपकी खुबसूरत यादों को बस उसमे सजा लिया॥
चुरा ले मुझसे कोई इन बेशकीमती हीरों को,
इस डर से हमने दरीचे पर एक ताला लगा दिया। ''
- प्रवीण तिवारी 'रौनक'

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