Friday, September 2, 2011

तेरी यादों को...

''तमन्नाओं को तकिया,
एहसासों को बिस्तर बनाकर सो गए
हम तो कल शब तुम्हारी यादों को 
चादर बनाकर सो गए। ''
- प्रवीण तिवारी 'रौनक' 

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