Wednesday, August 31, 2011

खामोशियों ने घर कर लिया...

''तुम्हारी तरह जिंदगी भी अब बोलती नहीं
बेचैनियों ने मुझमें बसर कर लिया
चाहा बहुत तुमसे बात करना मगर ,
खामोशियों ने घर को ही मेरे घर कर लिया॥ ''
- प्रवीण तिवारी 'रौनक'

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